कल) "कल के लिए, आज का काम कल पर मत छोडो, कल बनाने की विद्या, कल धौत उत्सारण, गाम में पानी छिडकने कि कल, कल को, कल बनाने वाला, कुंजी कल, पंक्ति अंतरक कल, चारा काटने की कल, हाथ से चलाने की छापे की कल, सीने की कल, आज की कसौटी, बीता हुआ कल है, कल की बनावट, कल का नवाब, कल का, कल किसने देखा है, आज मेरी, कल तेरी, छापे इत्यादि की कल जो हाथ या इंजन से न चलाकर पैर से चलाई जाती है, कुंजी कल टेक